सभी बुद्धिजीवी ब्राह्मणों को चेलेंज करता हूँ मेरी पोस्ट को ग़लत सावित करे ।
आखिर रावण का दहन क्यों ?
एक बार एक भंते जी रावण के दहन के कार्यक्रम में पहुंचे । कार्यक्रम में रावण दहन के आयोजक जोर जोर से माइक पर भोंक रहे थे । रावण दहन बुराई पर अच्छाई की जीत है । असत्य पर सत्य की विजय है । आज एक वर्ष के लिए बुराई का अंत हो जायेगा । भंते जी ने रावण दहन कार्यक्रम के उपरांत उस ब्राह्मण से कुछ सवाल पूछे वे इस प्रकार हैं -
भंते - हे ब्राह्मण ! रावण कौन था ?
ब्राह्मण - हे भंते ! रावण लंकापति राजा था ।
भंते- हे ब्राह्मण ! राम कौन था ?
ब्राह्मण - हे भंते ! राम राजा दशरथ के पुत्र थे ।
भंते - हे ब्राह्मण ! आप लोगों द्वारा राजा रावण का दहन क्यों किया जाता है ?
ब्राह्मण - हे भंते ! रावण ने माता सीता का हरण किया था ।
भंते - हे ब्राह्मण ! रावण ने माता सीता का हरण क्यों किया था ?
ब्राह्मण - हे भंते ! लक्ष्मण ने रावण की बहिन की नाक काट कर उसका शरीर विकृत कर दिया था ।
भंते - हे ब्राह्मण ! आप राजा होते और कोई आपकी बहिन की नाक काट देता तो आप क्या करते ?
ब्राह्मण - हे श्रमण ! जो रावण ने किया वही हम करते ।
भंते - हे ब्राह्मण ! शिव के धनुष को सीता झाड़ू लगाते समय घर में एक कोने से उठाकर दूसरे कोने में रख देती थी और रावण उस शिव को धनुष को स्वयंवर के समय हिला भी नही पाया तो शक्तिशाली कौन सीता या रावण ।
ब्राह्मण - हे भन्ते ! जिस धनुष को सीता एक हाथ से इधर से उधर रख देती थी , लेकिन रावण उस धनुष को दोनों हाथों से हिला भी नही पाया ।
भंते - हे ब्राह्मण ! शक्तिशाली सीता थी या रावण था ।
ब्राह्मण - हे भन्ते ! शक्तिशाली सीता थी ।
भंते - हे ब्राह्मण ! जब शक्तिशाली सीता थी , तो सीता रावण का अपहरण करेगी या रावण सीता का अपहरण करेगा ।
ब्राह्मण - हे भन्ते ! सत्य है एक शक्तिशाली का एक कमजोर मनुष्य अपहरण नही कर सकता । लेकिन वह अपनी कोई शक्ति भी तो प्रयोग कर सकता है ।
भंते - हे ब्राह्मण ! यदि रावण के पास कोई शक्ति होती , तो उसको रावण स्वयंवर में ही प्रयोग करता और सीता से स्वयंवर रचा लेता । उसको सीता का अपहरण करने की आवश्यकता ही नही होती ।
ब्राह्मण - हे भन्ते ! आपका कथन सौ आना सत्य है ।
भंते - हे ब्राह्मण ! रावण को दो श्राप थे जो ब्राह्मण देवताओं द्वारा ही दिए गए थे कि यदि रावण किसी पराई स्त्री को छू लेगा तो उसके दसों सिर भष्ट हो जायेंगे और यदि पराई स्त्री से जबरदस्ती करेगा तो उसका शरीर नष्ट हो जायेगा । हे ब्राह्मण अब आप ही बताइये कि रावण ने सीता का हरण किया या सीता रावण के साथ ख़ुशी से गई थी ।
ब्राह्मण - हे भंते ! इससे सिद्ध होता है कि सीता रावण के साथ अपनी ख़ुशी से गई थी ।
भंते - हे ब्राह्मण ! इसका दोषी कौन है , रावण या सीता ।
ब्राह्मण - हे भंते ! इसकी दोषी सीता है , रावण नही ।
भंते - हे ब्राह्मण ! इसकी दोषी सीता है तो रावण का दहन क्यों ?
ब्राह्मण - हे भंते ! सत्य है रावण का दहन गलत है ।
भंते - हे ब्राह्मण ! रावण के निष्कलंक होने पर भी दहन और आपके देवी देवता और भगवान कलंकित होते हुए भी दहन नही ?
ब्राह्मण - हे भंते ! हमारे देवी देवता और भगवान कलंकित कैसे हैं ?
भंते - हे ब्राह्मण ! आपके भगवान इंद्र ने देवी अहिल्या के साथ बलात्कार किया था या नही ।
ब्राह्मण - हे भंते ! अहिल्या के साथ इंद्र भगवान ने बलात्कार किया था ।
भंते - हे ब्राह्मण ! आपके बलात्कारी भगवान इंद्र की पूजा होनी चाहिए या अग्नि दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! ऐसे मनुष्य का दहन ही होना चाहिए ।
भंते - हे ब्राह्मण ! ब्रह्मा ने अपनी पोती के साथ बलात्कार किया था या नही ।
ब्राह्मण - हे भंते ! ऋग्वेद से विदित है कि ब्रह्मा ने अपनी पोती के साथ बलात्कार किया था ।
भंते - हे ब्राह्मण ! ऐसे नीच मनुष्य की पूजा होनी चाहिए या अग्नि दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! ऐसे नीच मनुष्य का अग्नि दहन होना चाहिए ।
भंते - हे ब्राह्मण ! ऋषि पराशर ने सत्यवती के साथ बलात्कार किया था या नही ।
ब्राह्मण - हे भंते ! महाभारत से विदित है कि ऋषि पराशर ने सत्यवती के साथ बलात्कार किया था ।
भंते - हे ब्राह्मण ! ऋषि पराशर की पूजा होनी चाहिए या दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! दहन होना चाहिए ।
भंते - हे ब्राह्मण ! विष्णु ने बिनिहु मुनि की पत्नी की हत्या करने का घोर पाप किया ,उसकी पूजा होनी चाहिए या दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! दहन ।
भंते - हे ब्राह्मण ! विष्णु ने अनैतिक और छल कपट से जलन्धर असुर की पत्नी का सतीत्व नष्ट कर डाला , उसकी पूजा होनी चाहिए या दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! सत्य है , दहन होना चाहिए ।
भंते - हे ब्राह्मण ! राजा नरक की रानियों के साथ कृष्ण ने हरण करके जबरदस्ती विवाह रचाया था या नही ।
ब्राह्मण - हे भंते ! भागवत पुराण से विदित है कि कृष्ण ने ये कृत किया था ।
भंते - हे ब्राह्मण ! कृष्ण की पूजा होनी चाहिए या अग्नि दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! अग्नि दहन ।
भंते - हे ब्राह्मण ! आपके कृष्ण भगवान ने निर्वस्त्र नारियों के साथ अश्लील हरकत करके नारी की आवरू के साथ खिलवाड़ किया था या नही ।
ब्राह्मण - हे भंते ! कृष्ण ने ऐसा ही किया था ।
भंते - हे ब्राह्मण ! ऐसे कृष्ण की पूजा होनी चाहिए या अग्नि दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! ऐसे नीच मनुष्य का अग्नि दहन होना चाहिए ।
भंते - हे ब्राह्मण ! भीष्म ने अम्बा , अम्बिका और अम्बालिका का हरण किया था या नही ।
ब्राह्मण - हे भंते ! महाभारत से विदित है कि भीष्म ने उक्त तीनों रानियों का हरण किया था ।
भंते - हे ब्राह्मण ! भीष्म की पूजा होनी चाहिए या अग्नि दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! अग्नि दहन ।
भंते - हे ब्राह्मण ! राम के पूर्वज राजा दण्ड ने शुक्राचार्य की पुत्री अरजा के साथ बलात्कार किया था या नही ।
ब्राह्मण - हे भंते ! वाल्मीकि रामायण से विदित है कि अरजा के साथ राजा दण्ड ने बलात्कार किया था ।
भंते - हे ब्राह्मण ! राजा दण्ड की पूजा होनी चाहिए या अग्नि दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! अग्नि दहन ।
भंते - हे ब्राह्मण ! रावण ने सीता को सम्मान सहित जंगल से महल में ले जाकर आदर के साथ सम्मान किया और राम ने गर्भवती सीता को महल से निकाल कर जंगल में दर - दर की ठोकर खाने के लिए छोड़ कर महिला जाति का अपमान किया ।
ब्राह्मण - हे भंते ! बिल्कुल सत्य है ।
भंते - हे ब्राह्मण ! पूजा रावण की होनी चाहिए या राम की ।
ब्राह्मण - हे भंते ! रावण की ।
भंते - हे ब्राह्मण ! दहन राम का होना चाहिए या रावण का ।
ब्राह्मण - हे भंते ! राम का ।
भंते - हे ब्राह्मण ! लक्ष्मण ने सुरुपनखा की नाक काट कर समस्त स्त्री जाति का अपमान किया ।
ब्राह्मण - हे भंते ! सत्य है ।
भंते - हे ब्राह्मण ! लक्ष्मण की पूजा होनी चाहिए या अग्नि दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! अग्नि दहन ।
भंते - हे ब्राह्मण ! वायु देवता ने राजर्षि कुशनाभ की कन्याओं के साथ बलात्कार किया था या नही ।
ब्राह्मण - हे भंते ! वाल्मीकि रामायण से विदित है कि वायु देवता ने कन्याओं के साथ बलात्कार किया था ।
भंते - हे ब्राह्मण ! वायु देवता की पूजा होनी चाहिए या अग्नि दहन ।
ब्राह्मण - हे भंते ! अग्नि दहन ।
भंते - हे ब्राह्मण ! आपके ऐसे दुष्कर्मी भगवानों से भारतीय समाज को अच्छी शिक्षा मिलती है या अश्लील शिक्षा मिलती है ।
ब्राह्मण - हे भंते ! अश्लील शिक्षा मिलती है ।
भंते - हे ब्राह्मण ! अपने देश से ऐसी अश्लील शिक्षाओं का दहन होना चाहिए या रावण की सुख शांति देनी वाली शिक्षाओं का ।
ब्राह्मण - हे भंते ! अपने भगवानों की अश्लील शिक्षाओं का दहन होना चाहिए ।
भंते - हे ब्राह्मण ! अश्लील शिक्षाओं अर्थात बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए आपके देवी देवताओं का दहन होना चाहिए या संत रावण का ।
ब्राह्मण - हे भंते ! बुराई पर अच्छाई की विजय के लिए हमारे नीच देवी देवताओं और भगवानों का दहन होना चाहिए ।
भंते - हे ब्राह्मण ! ऐसा धर्म बहुजन हिताय और बहुजन सुखाय है ।
ब्राह्मण - हे भंते ! ऐसा धर्म बहुजन हिताय और बहुजन सुखाय नही है ।
भंते - हे ब्राह्मण ! भारतीय लोगों को ऐसे भगवानों और देवी देवताओं के धर्म का अनुसरण करना चाहिए ।
ब्राह्मण - हे भंते ! आपके ज्ञान ने मेरी आँखें खोल दी और आज से ही मैं तथागत बुद्ध के मार्ग को ग्रहण करता हूँ ।
हमारे रायगढ़ के कुछ साथियों ने रावण दहन को रोकने का जो प्रयास किया है वो सराहनीय है क्योंकि उन्होंने सत्य का साथ दिया ।
पाखंडवाद को मिटाने का कार्य एक तरीके से यूँ समझ लो
"कोई नदी 5000 साल से पश्चिम से पूरब की तरफ बह रही हो और हमें उस नदी को पूरब से पश्चिम तरफ मोड़ना है " कार्य कठिन है परन्तु असम्भव नहीं है ।
Jai Bhim
ReplyDeleteDIL SE JAI BHIM NAMO BUDDHAY
Deleteजय भिम
ReplyDeleteDIL SE JAI BHIM NAMO BUDDHAY
DeleteJAI BHIM
DeleteRam pahle se hi pakhandi tha
ReplyDeleteYour right DIL SE JAI BHIM NAMO BUDDHAY
DeleteJay bhim
ReplyDeleteJAI BHIM NAMO BUDHHAY
Deleteएकदम right भावा
ReplyDeleteJAI BHIM NAMO BUDHHAY
DeleteThanks
Correct aahe.
ReplyDeleteJAI BHIM
DeleteThis things are correct .....Jay bhim friend
ReplyDeleteJAI BHIM
Deleteसच है ,कार्य कठीण है।लेकिन असंभव नही है।जय मूलनिवासी ,जयभीम 🙏
ReplyDeleteJAI BHIM NAMO BUDHHAY JAI BHART
Deleteहिंदुवाद ओर ब्राम्हण वाद का दहन होणा बहोत जरुरी है तब जाकर भारत देश सुख ओर शांति से रहे पयेगा इन ढोगी देवतावो का दहन होणा ही चाहीये ओर ये हम सबको मिलकर करणा है ओर देश बचाना है जय भीम नमो बुद्धाय
ReplyDeleteRight JAI BHIM NAMO BUDHHAY
DeleteMain bhi Bodhidharma ka hu Lekin pakhand toh tum log kar rahe ho Bhagwan Buddha Ke Naam Par
DeleteJai mulniwasi
ReplyDeleteJAI BHIM NAMO BUDHHAY JAI MULNIWASI
DeleteBahut badhiya hain
ReplyDeleteThank you
DeleteJAI BHIM
Superb ... Jai bhim
ReplyDeleteJAI BHIM
Deleteखरोखरच वाचन असणे खूप गरजेचे आहे
ReplyDeleteजो पर्यंत आपण स्वतः ह्या सगळ्या गोष्टी
समजत नाही तोपर्यंत आपण दुसऱ्या
सोबत काय संभाषण करणार
Right
Deleteराम दहनकी यह सुरवात है, जयभीम
ReplyDeleteJAI BHIM
Deleteरावण दहन बिलकुल नही होना चाहिए
ReplyDeleteCorrect
DeleteCorrect jay bhim jai buddha
ReplyDeleteJAI BHIM NAMO BUDHHAY
DeleteJaybhim रावणचे दहन झाले नाही पाहिजे
ReplyDeleteब्रह्मनाणी खोटा कथा लिहून ठेवल्या आहेत.
JAI BHIM ANMO BUDDHAY
DeleteKhupach chhan sir I really salute you🙏👍
ReplyDeleteJAI BHIM NAMO BUDDHAY THANKS YOU SHARE THIS POST
DeleteJay bhim
ReplyDeleteNamo Buddhay
Jai bheem
ReplyDeleteNamo buddhay
Hamare bodhidharman mein Ahankaar ki isthan nahi Lekin tum log pakhand kar rahe ho Buddha Ke Naam Par Ja Buddha Ki Shiksha ke upar maybe Buddha ka bhante Hoon
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