ईश्वर की खोज
जय भीम नमो बुद्धा फ्रेंड्स आज हम आप को इश्वर की खोज कर के बताएंगे आज आपको स्वयम इश्वर से मिलायेगे
एक दिन बुद्ध अपने अनुयाई को पड़ा रहे थे तभी एक व्यक्ति आया और बुद्ध से बोले की में एक रास्ता खोजने आया हु.
बुद्ध ; कोनसा रास्ता खोज रहे हो
व्यक्ति ; में ईश्वर की खोज में निकला हु, में ईश्वर को खोजने का रास्ता खोज राहा हु.
बुद्ध ; अब तक तुम्हने ईश्वर को काहा खोजा है
व्यक्ति ; विश्व के चारो तरफ घूम चूका हु मेने अब तक बोहत से मंदिर घूम चुका हु, बोहत से मंदिर में दान दे चूका हु में धर्म के ग्रंथ नुसार चलता हु, और बोहत बार उपवास रख चूका हु.
बुद्ध ; तुम कितने साल से इश्वर को खोज रहे हो
व्यक्ति ; मेने अपने जीवन के पुरे 40 साल में ईश्वर के खोज में निकला हु, मुझे पत्ता चला है की आपने सत्य को खोज चुके हो तो मुझे ईश्वर की खोज में मदत करोगे.
बुद्ध; हा । जरुर एक काम करो तुम शाम को आ जाओ तब में तुमे रास्ता बताऊंगा.
व्यक्ति; जी हा में शाम को आता हु .
बुद्ध शाम को अपने कुटिया के बाहर कुछ खोज कर रहे थे.
आनंद ; बुद्ध आप क्या खोज रहे हो
बुद्ध; में मेरी मोती तलाश राहा हु.
बुद्ध और उनके अनुयाई मोती को ठुड ने में लगते है, तभी वह व्यक्ति आ जाता है.
व्यक्ति ; हे बुद्ध आपने मुझे शाम को बुलाया था में आ गया आप क्या खोज रहे हो.
बुद्ध ; मेरी मोती की अंगूटी, क्या तुम मुझे ठुड के दोगे तो में तुमे ईश्वर का रास्ता बताऊंगा.
व्यक्ति ; जी हा में आपकी मोती को ठुडने जरुर आपकी मदत करुगा.
सब लोग उस मोती को ठुडने में लगे समय गुजरने राहा था. कुछ समय बाद
व्यक्ति ; बुद्ध आप याद कीजिये आपने आपने मोती काहा खोदी
बुद्ध ; मेने मोती कुटी में खो दिया.
व्यक्ति ; लगता है की आप मुझे मुर्ख बना रहे हो, जब मोती कुटिया में खोया तो आप बाहर क्या ठुड रहे हो.
बुद्ध ; येतो तुम्हसे ही सिखा हे, तुम भी तो जो अंदर ठुडना चाहिए वे पुरे विश्व में खोज रहे हो.
व्यक्ति ; में समझा नहीं
बुद्ध ; मुझे एक बात बाताओ ईश्वर यानी कोण?
व्यक्ति ; ईश्वर यानी वो जिसने मुझे बानाया.
बुद्ध ; यानी स्वयम आपके माँ-बाप यानी तुमारे माँ बाप ही ईश्वर है.
व्यक्ति ; बुद्ध में उस ईश्वर की बात कर राहा हु जो हमे शिक्षा दे.
बुद्ध ; यानी तुमारे गुरु ही इश्वर हे.
व्यक्ति ; हे बुद्ध में इश्वर यानी जिसने दुनिया बनाई.
बुद्ध ; यानी तुम ही तो इश्वर हो.
व्यक्ति ; बुद्ध आप मुझे मुर्ख मत बानाए.
बुद्ध ; अगर तुम जीना छोड़ दो तो इश्वर कोण होगा.
व्यक्ति ; हे बुद्ध में आपके सामने हार गया में समझ गाया की हमारा जो ईश्वर हे वो हमारे माँ-बाप, हमारे गुरु, और हम स्वयम हे.
व्यक्ति बुद्ध से हाथ जोडकर निकल जाता है
इससे ये पत्ता जलता हे की इश्वर यानी जिनोने हमे बनाया यानी हमारे माँ-बाप, इश्वर यानी वो जिनोने हमे शिक्षा दि, इश्वर यानी वो स्वयम हम जो इस दुनिया में जी रहे है.
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धन्यवाद जय भिम
Jay bhim nmo bhuddhay
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