जानिए छत्रपति शिवाजी महाराज के 10 विचार.
छत्रपती शिवाजी महाराज भारत के वीर सपूत. हाली में उनकी जयंती है. छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म सन १९/०२/१६३० में मराठा परिवार में हुआ था।
वर्ष १६७४ में छत्रपती शिवाजी महाराज ने पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी. उन्होंने कई सालों तक औरंगजेब के मुगल साम्राज्य से संघर्ष किया.
भले ही छत्रपती शिवाजी महाराज आज हमारे बीच नही है, लेकिन उनके पराक्रम और साहस को पूरी दुनिया आज भी याद करती है. आज आपको कई बातें बताते हैं।
"एक छोटा कदम छोटे लक्ष्य पर बाद में विशाल लक्ष्य भी हासिल करा देती है."
"जब हौसले बुलंद हों तो पहाड़ भी एक मिट्टी का ढेर लगता है."
"अगर मनुष्य के पास आत्मबल है तो वो समस्त संसार पर अपने हौसले से विजय पताका लगा सकता."
"शत्रु को कमजोर न समझो। तो अत्यधिक बलिष्ठ समझकर डरना भी नहीं चाहिए."
"जब लक्ष्य जीत का हो तो हासिल करने के लिए कितना भी परिश्रम कोई भी मूल्य क्यों न हो उसे चुकाना ही पड़ता है."
"जो मनुष्य समय के कुचक्र में पूरी शिद्दत से अपने कार्य में लगा रहता है उसके लिए समय बदल जाता है."
"कोई भी कार्य करने से पहले उसका परिणाम सोच लेना हीतकर होता है, क्योंकि हमारी आने वाली पीढ़ी उसी का अनुसरण करती है."
"शत्रु चाहे कितना ही बलवान क्यों न हो उसे अपने इरादों और उत्साह से भी परास्त किया जा सकता है."
"स्वतंत्रता एक वरदान है जिसे पाने का अधिकारी हर किसी को दिया गया है."
और अंत में दोस्तो
"एक सफल मनुष्य अपने कर्तव्य की पराकाष्ठा के लिए समुचित मानव जाति की चुनौती को स्वीकार कर लेता है."
तो ये तो छत्रपती शिवाजी महाराज के दस हजार तो दोस्तों ये जानकारी आपको कैसी लगी इसके बारे में कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताएं।
जय शिवाजी जय भिम
Artical by
Shrikant Dube
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